सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता, किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश
।। श्री ऋग्वेद और शिवपुराण के अनुसार रुद्राक्ष की माला किसे नही पहनना चाहिए ।।
श्री ऋग्वेद और शिवपुराण के अनुसार रुद्राक्ष की माला किसे नही पहनना चाहिए ?
हमारा सनातन वेदों पुराणों के आधारित कहा जाता है किसे नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष की माला, क्यों जानिए ।
ऋग्वेद के अनुसार कहा जाता है कि एक समय था जबकि हम सिर्फ साधु या संतों के गले भी ही रुद्राक्ष की माला पहने देखते थे।
आज तो जहां देखे वहां अब तो हम देखते ही हैं कि कई लोग रुद्राक्ष की माला पहनने लगे हैं।
बहुत से लोग तो गले के अलावा कलाई में भी माला पहनते हैं।
आखिर क्या यह माला हर किसी को पहनना चाहिए या नहीं।
पहनान चाहिए तो क्यों?
1. गले या हाथ में बगैर सोचे - समझे पहनने से आपके मस्तिष्क में परिवर्तन तो होता ही है ।
साथ ही आपके रक्तचाप में भी बदलावा आ सकता है।
हो सकता है कि इससे धीरे - धीरे आपकी बैचेनी बढ़ रही हो।
आपको इसके असर का उसी तरह पता नहीं चलता है ।
जिस तरह की काले या मटमेले रंग के कपड़े पहनने के असर का पता नहीं चलता है।
2. ऋग्वेद के अनुसार कलाई पर, अंगुलियों में या गले में कोई सी भी धातु को बहुत ही सोच समझ कर पहनना चाहिए ।
यह आपके लिए घातक भी सिद्ध हो सकती है।
ऋग्वेद के अनुसार गला हमारा लग्न स्थान होता है और गले में पहनने से हमारा हृदय और फेफड़े प्रभावित होते हैं।
हृदय की धड़कने धीमी पड़ने या और तेज चलने लगती है ।
यह निर्भर करता है कि आपने गले में क्या पहना रखा है।
3. रुद्राक्ष की माला किसी ज्योतिष से पूछकर ही पहनें।
यह आपके रक्तचाप को कंट्रोल या अनकंट्रोल कर सकती है।
4. यह माला सर्वकल्याणकारी, मंगल प्रदाता एवं आयुष्यवर्द्धक है ।
अत: इसे पहने के लिए आपना शुद्ध और पवित्र बने रहना भी जरूरी है।
5. रुद्राक्ष की माला श्रद्धा से पहनने वाले इंसान की आध्यात्मिक तरक्की होती है।
पद्म पुराण, शिव महापुराण अनुसार इसे पहनने वाले को शिवलोक मिलता है।
यही कारण है कि साधु संत इसे पहनते हैं।
6. जो व्यक्ति शराब पीता है, मांस भक्षण करता है या किसी भी प्रकार के बुरे कार्य करता है उसे यह माला नहीं पहनना चाहिए।
7. बगैर सिद्ध किए या असली रुद्राक्ष की जांच किए बगैर रुद्राक्ष की माला नहीं पहनना चाहिए।
8. मूल रूप में रुद्राक्ष की माला आध्यात्मिक क्षेत्र में उन्नती की चाह रखने वालों के लिए होती है।
यदि आप सांसारिक लोभ में डूबे हुए हैं तो यह माला पहनने का आपको कोई किसी प्रकार के नुकशान तो नही होगा लेकिन कोई लाभ मिलेगा या नहीं यह पक्का नहीं है।
9. यह माला सामान्यत: सभी मंत्रों के जप के लिए उपयोगी मानी गई है।
सांसारिक लोग जप हेतु इसका उपयोग कर सकते हैं।
रुद्राक्ष की माला से भगवान शंकर के सभी मंत्रों का जप किया जाता है ।
जो तुरंत ही सिद्ध हो जाते हैं।
10. प्रत्येक राशि और ग्रहों के अनुसार रुद्राक्ष की माला अलग अलग होती है।
किसी ज्योतिष से पूछकर ही रुद्राक्ष की माला धारण करें।
उदाहरण : -
पांचमुखी रुद्राख मेष, धनु, मीन, लग्न के जातकों के लिए अत्यन्त उपयोगी माना गया है।
!!!!! शुभमस्तु !!!
🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर: -
श्री सरस्वति ज्योतिष कार्यालय
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नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏